Menu
blogid : 16879 postid : 693990

लघुकथा : जिम्मेदारी

प्रहार
प्रहार
  • 5 Posts
  • 2 Comments

जिम्मेदारी
महिमा रोज की ही तरह आज भी सुबह पाँच बजे अधपूरी नींद से उठ गई ! फिर घर की दैनिक सफाई के बाद बेड टी बनाकर अजय को जगाया ! वो चाय पीकर फिर सों गया ! अब महिमा सोनू को जगाकर स्कूल के लिए तैयार करने लगी ! सोनू स्कूल चला गया ! फिर उसने अजय के ऑफिस के कपड़े इस्त्री किए, उसका नाश्ता बनाया तब और उसे फिर जगाया ! अजय उठा और महिमा को इधर-उधर की दो चार हिदायते देते हुवे तैयार हुआ, और आखिर नौ बजे ऑफिस चला गया ! उसके जाने के बाद महिमा ने नहाकर थोड़ी पूजा की, फिर लंच तैयार किया और लंच लेकर सोनू के स्कूल गई, समय था बारह ! घर आकर खाना खाई और फिर किचन की साफ़-सफाई में लगी, ये सब करते समय हुवा दो ! अब उसने कुछ पल आराम करना चाहा कि तभी सोनू स्कूल से आ गया ! वो सोनू में लग गई ! उसकी स्कूल ड्रेस उतारी, फिर होमवर्क कराने लगी ! इन सबमे चार बज गए ! अब वो लेटी ! कुछ ही पल बीते कि अजय आ गया ! आते ही महिमा को जगाया ! बोला, “महिमा उठो-उठो…मेरी वो पार्टी वाली शर्ट कहाँ हैं..जल्दी दो !”
“शर्ट तो अलमारी में होगी, पर इस्त्री नही है ! अभी कर देती हूँ !”
“क्या मतलब…इस्त्री नही है !” अजय चिल्लाया, “.तुम करती क्या हो दिन भर….सोने से और इधर-उधर की बकवास से फुरसत मिलेगी तब न करोगी इस्त्री…आदमी काम पे गया नही कि तुम्हारी बकवास शुरू….और तो कोई चिंता है नही…जाने कब समझोगी अपनी जिम्मेदारी !” कहते हुवे अजय चला गया !

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh